apne bachcho ko achche sanskar kaise de


अपने बच्चो को अच्छे संस्कार कैसे दे


सभी माता पिता यही चाहते है की उनके बच्चे संस्कारी बने अच्छे संस्कार पाए और जीवन में आगे बढे. इस लिए यह आवश्यक है की उन्हें बचपन से ही अच्छे संस्कार दिया जाये.उनकी परवरिश ऐसी की जाए की वे अपने जीवन में सफल बन सके.अच्छे रास्ते पर चल सके.इसके लिए हमें उन्हें अच्छे संस्कार देना होगा.
bachcho ko sanskar kaise de

बचपन में बच्चे कच्चे घड़े के समान होते है. हम उसे जिस आकर में चाहे ढाल सकते है. लेकिन जब वे बड़े हो जाते है तब हम उसे अपने मर्जी के हिसाब से बाते नहीं सिखा सकते है.बच्चो का बेहतर कल का निर्माण करना है तो उन्हें शुरू से ही अच्छे संस्कार देना होगा.

बच्चो को कैसे संस्कार दे


1.अनुशासन –

बच्चों को बचपन से ही अनुशासन में बांध कर चलाना चाहिए.ऐसा अनुशासन जो उनके लिए बोझ के सामान न हो.जिस अनुशासन में ज्यादा कडाई न हो ऐसे अनुशासन में हमको बच्चो को रखना चाहीये.बच्चो को अनुशासन में रखने से वे सभी बातो को अच्छे से शिखते है.हम उन्हें हर तरह की अच्छी बाते बता सकते है.

2.बड़ो का सम्मान-

संस्कारी बच्चो का यह विशेष गुण है की अपने से बड़ो का सम्मान करते है.हमें बच्चो को ऐसी दीक्षा देना चाहीये की अपने से बड़ो का सम्मान करे.जिस बालक में यह गुण नहीं है. हम उन्हें संस्कारी बालक नहीं कह सकते बच्चो में यह गुण होना अतिआवश्यक है की वे अपने से बड़ो का सम्मान करे.हमे बचपन में ही बच्चो में यह आदत विकसित करनी होगी वे बडो का सम्मान करे.जब घर में कोई अतिथि आये तब हम अपने बच्चो को कहे की उन्हें वे प्रणाम या नमस्ते से उनका अभिवादन करे.इस तरह से हम अपने बच्चो में सम्मान का गुण विकसित करके उन्हें संस्कारी बना सकते है,उन्हें अच्छे नागरिक बना सकते है.

3.घर का माहोल अच्छा हो बेहतर व् प्यार भरा माहोल हो- 

अगर हमें बच्चो की अच्छी चीज शिखानी हो तो हमें अपने घर के वातावरण को बेहतर बनाना होगा जिससे वे अच्छे व्यक्ति बन सके.घर में हमें बच्चो के सामने ऐसी बातो का प्रयोग नहीं करना चाहिए जिससे उसमे नकारात्मकता की बातो का विकास हो हमें बच्चो को अच्छी अच्छी बाते शिखे ऐसे बातो का प्रयोग घर में करना चाहिए.घर में कभी बच्चो के सामने लड़ाई झगडा नहीं करना चाहिए, ना ही हमें गाली गलोच का प्रयोग बच्चो के सामने करना चाहिए.लड़ाई-झगडा का माहौल होने से बच्चो की पढाई पर भी असर पड़ता है साथ ही साथ उनके मस्तिस्क पर भी बुरा असर पड़ता है.इसलिए अगर हमें अपने बच्चो की अच्छी शिक्षा और संस्कार देना हो तो अपने घर के माहोल को प्यार भरा बनाना होगा.

4.समझाए प्यार से-

बच्चे जब भी गलती करे हमें उन्हें डाट-डपट कर या मार-पीट कर नहीं समझाना चाहिए.बच्चो को प्यार से समझाना चाहिए.मार-पीट कर समझाने से बच्चे उदंड हो जाते है आगे चलकर बातो को नहीं समझते है. इसलिए हमें बच्चो को हमेशा प्यार से समझाना चाहिए.

5.उनकी हर ख्वाहिसों को पूरा करने से पहले उन्हें समझाए –

बच्चो की हर ख्वाहिसों को पूरा करने से पहले हमें उन्हें समझाना चाहिए की क्या चीज की जरुरत है और क्या चीज की नहीं. हर चीजो को एकाएक पूरा नहीं कर देना चाहिए. हर ख्वाहिसों को पूरा करने से बच्चे आगे चलकर जिद्दी बन जाते है.ऐसे में हमे अपने बच्चो को संस्कारी बनाना है तो हमें उनको उनकी जरुरत के हिसाब से चीजो को देना और अहमियत समझाकर यह गुण विकसित कर उन्हें संस्कारी बना सकते है.

इनके अतिरिक्त –

और भी घर में ऐसी कई छोटी छोटी बाते होती है जिसे बताकर  शिखाकर हम अपने बच्चो को संस्कारी बना सकते है-

1.माता-पिता का सम्मान करना शिखाये.

2.बच्चो में सहयोग की भावना विकसित करे.

3.बच्चो के मन में बातो की सहने की छमता का विकास करे.

4.बच्चो को यह भी शिखाये की अपने काम के प्रति लगन हो जवाबदारी हो जिम्मेदारी हो.

5.सुबह जल्दी उठने का आदत बनाना और सुबह उठ कर माता पिता को प्रणाम करना.

अगर हम इन सब बातो का धयान रखे तो बच्चों में गुण विकसित तो होगा साथ में और भी गुण धीरे धीरे स्वतः विकसित होता जायेगा. सभी इंसान को अपने बच्चो की परवरिश पर शुरू से ही ध्यान देना चाहिए ताकि बाद में हमें उन्हें ज्यादा समझाना मत पढ़े .
बच्चे जब बढे हो जाते है तो उन्हें समझना मुस्किल हो जाता है इसलिए अपने बच्चो में शुरू से संस्कार डाले.  

अपने बच्चो को संस्कार कैसे सिखाये यह जानकारी कैसा लगा जरुर बताये 


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